वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं से जुड़ने हेतु
Date:06-10-21 To Download Click Here.
क्वाड समूह के हाल में हुए शिखर सम्मेलन का एक आशाजनक परिणाम सामने आया है। यह व्यापक रणनीतिक उद्देश्य के साथ आर्थिक एकीकरण को जोड़ता है। भारत इस परिणाम का लाभार्थी हो सकता है। सम्मेलन से जुड़े कुछ बिंदु, जो भारत का हित साध सकते हैं –
- क्वाड वैक्सीन पार्टनरशिप के तहत भारत की बायोलॉजिकल ई कंपनी को वैक्सीन तैयार करने हेतु वित्तीय मदद दी जाएगी।
- स्वच्छ हाइड्रोजन, सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला पहल और दूरसंचार जैसे तीन क्षेत्रों में भारत को प्रौद्योगिकी एवं आर्थिक प्रगति के अवसर दिए जाएंगे।
- क्वाड की आर्थिक क्षमता को साकार करने के लिए निजी क्षेत्र के सहयोग की आवश्यकता को पहचाना गया है। सरकारों के बीच समझौते से एक सक्षम वातावरण तैयार हो सकता है। यदि भारत को इस अवसर का लाभ उठाना है, तो निजी फर्मों को यहां निवेश करने के लिए प्रोत्साहन देना होगा।
- क्वाड के इस कदम से भारत को वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं (ग्लोबल वैल्यू चेन) से एकीकृत होने का अवसर मिलेगा। इस हेतु भारत को व्यापार लागत के स्तर एवं गैर-टैरिफ बाधाओं की प्रतिकूलता पर ध्यान देना होगा।
हाल के दिनों में भारत की व्यापार नीति ने टैरिफ वृद्धि के माध्यम से लागत को बढ़ा दिया है। ऐसा होने का कारण संरक्षणवाद की नीति है। भारत को इस उल्लेखनीय बदलाव के प्रति रवैये में सुधार करते हुए ऐसी सहायक व्यापार नीतियों को अपनाना चाहिए, जो जीवीसी को यहां आने के लिए प्रोत्साहित करें।
- भारत के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में निःसंदेह वृद्धि हुई है। इस निवेश का प्रवाह और भी तेज हो सकता है, अगर घरेलू कंपनियों को वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। इससे उन्नत प्रौद्योगिकी का प्रसार होगा और पूरे तंत्र में उत्पादकता बढ़ेगी।
क्वाड समूह के घनिष्ठ संबंधों से उत्पन्न होने वाले ऐतिहासिक अवसर को महसूस किया जाना चाहिए। इस कड़ी में भारत को अपनी व्यापार व्यवस्था को पुननिर्देशित करते हुए वैश्विक मूल्य श्रृंखला के लिए, चीन की तुलना में भरोसेमंद और स्थिर प्रावधान के रूप में स्वयं को प्रस्तुत करना चाहिए।
‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ में प्रकाशित संपादकीय पर आधारित। 27 सितंबर, 2021