भारत में बढ़ते जल संकट
To Download Click Here.
भारत में जल संकट गहराता जा रहा है। नीति आयोग के 2019 के समग्र जल प्रबंधन सूचकांक के अनुसार, देश में लगभग 60 करोड़ लोग पानी की कमी से परेशान हैं।
कुछ बिंदु –
- पानी की कमी होने का एक बड़ा कारण वितरण में असमानता है। अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि वितरण में हो रही असमानता से देश के भविष्य में बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है।
- पानी की कमी को दूर करने के लिए उचित मूल्य निर्धारण, बर्बादी को रोकना, निम्न और मध्यम आय वाले परिवारों पर पड़ रहे पानी के बिल के अनावश्यक बोझ को कम करना जरूरी है।
- स्मार्ट मीटर जैसी तकनीक और पुरानी पाइपलाइनों के नियमित रखरखाव से बर्बादी को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
- दीर्घकालीन उपायों के रूप में जल-नीतियों में निष्पक्षता और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रणालीगत सुधार (यानि कि जल-सरंक्षण, वितरण और पहुँच) आवश्यक हैं।
‘द इकॉनॉमिक टाइम्स’ में प्रकाशित संपादकीय पर आधारित। 3 जनवरी, 2025
Related Articles
×