बेरोजगारी को कम करने के प्रशिक्षण मॉडयूल
To Download Click Here.
- देश में बेरोजगारी की समस्या एक विवादास्पद मुद्दा बन गई है।
- आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 ने अनुमान लगाया है कि बढ़ते कार्यबल की मांगों को पूरा करने के लिए 2030 तक गैर-कृषि क्षेत्रों में प्रतिवर्ष 78.5 लाख नई नौकरियांपैदा करने की जरूरत है।
- बेरोजगारों के कौशल सेट और उद्योगों की कौशल आवश्यकताओं के बीच बढ़ते अंतर को पाटने के लिए गेमीफाइड और सिमुलेशन आधारित शिक्षण और प्रशिक्षण मॉड्यूल को शामिल किया जाना चाहिए।
गेमीफाइड कौशल प्रशिक्षण – यह प्रशिक्षण को इंटरैक्टिव और मनोरंजक बनाता है। इस शिक्षण मॉड्यूल में ऐसे गेमिंग एलिमेन्ट्स को शामिल किया जाता है, जो प्रशिक्षुओं की कमजोरी को दूर करके उनकी प्रगति में तत्काल सुधार करते हैं।
सिमुलेशन आधारित प्रशिक्षण – यह वास्तविक दुनिया की चुनौतियों और परिदृश्यों को आधार बनाकर सिखाता है। यह एक प्रकार का अनुभवात्मक शिक्षण है।
सिंगापुर और जर्मनी ने अपनी शिक्षा, व्यावसायिक और कौशल प्रशिक्षण प्रणालियों में इन दोनों तरीकों को आधार बनाया है।
- इस मॉड्यूल को उच्च शिक्षा के स्तर पर शुरू किया जा सकता है। भारत सरकार के कौशल शिक्षा से जुड़े एसडब्ल्यूएवाईएएम (स्वयम) और स्किल इंडिया डिजिटल हब में भी इनको आधार बनाया जाना चाहिए। ज्ञातव्य हो कि स्वयम प्लेटफार्म पर चार हजार से अधिक पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। इस पर चार करोड़ से ज्यादा लोगों ने नामांकन कराया है। सफल कोर्स पूरा करने वालों में 93.52% इंजीनियर और भौतिकी से जुडे़ हैं।
‘द हिंदू’ में प्रकाशित स्थान आर. नायर, प्रतीक सिन्हा, रवीना रॉय और डिंपल दलाल के लेख पर आधारित। 9 दिसंबर, 2024
Related Articles
×