अंतरिक्ष पर्यटन से जुड़ी महत्वकांक्षी योजना “गगनयान”
Date:10-11-21 To Download Click Here.
गत माह, केंद्र सरकार ने इन-स्पेस (आईएन-एसपीएसीई) के लिए बोर्ड के गठन को स्वीकृत प्रदान की है। यह एक ऐसी सिंगल-विंडों नोडल एजेंसी होगी, जो देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम को अगले चरण में आगे बढ़ाने में मदद करेगी। वर्तमान में भारत के प्रथम मानव अंतरिक्षयान या मिशन गगनयान से बहुत सारी आशाएं जुड़ी हुई हैं।
मिशन गगनयान से जुड़ी कुछ अहम् बातें –
- यह एक बहुआयामी उद्देश्य है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य मानवों को अंतरिक्ष में भेजने और सुरक्षित वापस लाने की भारत की क्षमता का प्रदर्शन करना है।
- इस मिशन के लिए कई प्रकार के तकनीकी विकास की आवश्यकता है। इससे भारत को नई तकनीकों का ज्ञान प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इससे इस क्षेत्र में निजी कंपनियों को व्यावसायिक उपयोग के लिए भी सहयोग मिलेगा।
- नई प्रौद्योगिकी से अंतरिक्ष में मनुष्यों की स्थायी उपस्थिति में मदद मिलेगी।
- इस मिशन के तहत स्पेस स्टेशन के लिए काम शुरू किया जा चुका है, जिसमें स्पेस डॉकिंग तकनीक भी शामिल है।
निकट भविष्य में भारत का अंतरिक्ष उद्योग न केवल उत्पादन में शामिल होगा, बल्कि भविष्य के कार्यक्रमों के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों का विकास भी करेगा। इसके माध्यम से अंतरिक्ष पर्यटन में भी व्यावसायिक कुशलता प्राप्त की जा सकती है। इस हेतु कुछ जटिल प्रणालियां भी विकसित की जा रही हैं, जो परीक्षण-चरण में हैं। इनमें परिपक्व हो जाने के पश्चात् ही योजना पर तेजी से काम किया जा सकता है।
‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ में प्रकाशित के. सिवन एवं एस. उन्नीकृष्णन नायर से लिए गए साक्षात्कार पर आधारित।