प्रेरणा देती भारतीय महिला हॉकी टीम
Date:16-08-21 To Download Click Here.
वर्ष 2021 के ओलंपिक खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम ने जिस लगन और मेहनत के साथ बढ़त लेते हुए चौथा स्थान प्राप्त किया है, वह सराहनीय है। भले ही उनके हाथ से कांस्य फिसल गया हो, परंतु उन्होंने भविष्य में भारत को हॉकी-स्वर्ण जीताने का एक स्वप्न दे दिया है। इनसे जुड़े कुछ तथ्यों को ध्यान में रखा जाना जरूरी है –
- महिला हॉकी टीम की कुछ प्रतिभागी अनेक राज्यों के अत्यंत निर्धन परिवारों या नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से चुनी गई हैं।
- ग्रामीण, आदिवासी एवं अन्य वंचित क्षेत्रों से अंतरराष्ट्रीय टीम में पहुंची महिला खिलाड़ी दृढ़ता और संकल्प का प्रेरणादायक उदाहरण हैं।
- देश के स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के 189 केंद्रों में मात्र 91025 खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो भारत की विशाल जनसंख्या की तुलना में बहुत कम है।
- भारत सरकार का कुल खेल बजट 35 करोड़ डॉलर है। ब्रिटेन ने केवल टोक्यो ओलंपिक के लिए अपने खिलाड़ियों पर 48 करोड़ डॉलर खर्च किए हैं।
- भारत के सीएसआर (कारपोरेट सामाजिक दायित्व) में मात्र 2% खेलों के लिए व्यय किया जाता है।
यद्यपि भारत ने अपने खिलाड़ियों के लिए वित्तीय व विशेषज्ञ सहायता को बहुत ठीक किया है, परंतु अभी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। महिला व पुरूष हॉकी को प्रोत्साहन देने के लिहाज से लीग मैचों की शुरूआत की जा सकती है। फिलहाल ओडिशा राज्य सरकार जूनियर और सीनियर हॉकी टीम को स्पॉन्सर कर रही है। अन्य राज्यों में भी इसी प्रकार की पहल की जा सकती है। इससे भारत में खेलों का स्तर लगातार बेहतर हो सकेगा।
समाचार पत्र व अन्य स्रोतों पर आधारित। 7 अगस्त, 2021