बिम्सटेक में नया प्रयास
To Download Click Here.
हाल ही में भारत ने बिम्सटेक (बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल) के विदेश मंत्रियों के दूसरे सम्मेलन की मेजबानी की है।
इससे जुड़े कुछ बिंदु –
- इसका उद्देश्य बंगाल की खाड़ी के भीतर सुरक्षाए संपर्क, व्यापार और निवेश में सहयोग करने और कार्रवाई में तेजी लाने के तरीकों और साधनों पर चर्चा करने के लिए अनौपचारिक मंच प्रदान करना है।
- यह रिट्रीट सितंबर में होने वाली बिम्सटेक की छठी शिखरवार्ता की तैयारी थी। सितंबर में नेताओं की बैठक में क्षेत्रीय संपर्क में सुधार के लिए समुद्री परिवहन सहयोग पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है (यह इस समूह का मूलभूत उद्देश्य है) ।
- इस समूह में भारत का मुख्य उद्देश्य पूर्वी पड़ोसियों के साथ संबंध मजबूत करना है। इस समूह में पाँच दक्षिण एशियाई और दो दक्षिण-पूर्व एशियाई देश शामिल हैं, जो सात विविध क्षेत्रों में सहयोग करते हैं।
- इस बैठक में बिम्सटेक के भी क्षेत्रीय सहयोग की वर्तमान स्थिति का आकलन किया गया। भारत ने सभी बिम्सटेक देशों के रोगियों के लिए कैंसर, अनुसंधान, उपचार और ई-वीजा जारी करने के लिए समर्थन की घोषणा की।
- आगामी शिखर सम्मेलन के लिए खनिज संसाधनों के मानचित्रण, विशिष्ट क्षेत्रों के भीतर उत्पादन के चरणों के ऊर्ध्वाधर एकीकरण के अवसर पैदा करने की आवश्यकता तथा ब्लू इकॉनॉमी में सहयोग आदि प्रस्तावों की तैयारी को रेखांकित किया गया।
- भारत को म्यांमार और बांग्लादेश के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय वार्ता का भी लाभ मिल सका है।
- इसी कड़ी में बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन-2024 भी संपन्न हुआ है। इसमें मुक्त व्यापार समझौते से जुड़ी वार्ता में तेजी लाने का सुझाव दिया गया है।
विभिन्न समाचार पत्रों पर आधारित। 27 जुलाई, 2024