ऊर्जा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
Date: 15-07-16
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सरकार ने नवीकरणीय ऊर्जा (हरित ऊर्जा भी) क्षमता का लक्ष्य सन् 2022 तक 175 गीगावॉट रखा है।
इसमें हैं
- सौर ऊर्जा – 100 गीगावॉट
- पवन ऊर्जा – 60 गीगावॉट
- जैव शक्ति – 10 गीगावॉट
- लघु जल विद्युत परियोजनाएं – 05 गीगावॉट
- देश के 50 शहरों को सौर शहरों के रूप में विकसित किया जायेगा।
- वर्तमान में नीवकरणीय ऊर्जा के उत्पादन से जुड़े अधिकांश उपकरणों का आयात होता है। इसके कारण इनकी कीमत बहुत अधिक हो जाती है।
- भले ही पवन ऊर्जा का उत्पादन पूरे देश में संभव नहीं है, लेकिन सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अपार संभावनायें हैं।
- भारत विश्व का पहला देश है, जहाँ अक्षय ऊर्जा के विकास के लिए एक अलग से मंत्रालय बनाया गया है।
- भारत में सौर ऊर्जा की अनंत संभावनायें हैं, विशेषकर राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र में।
- मार्च 2016 तक सौर एवं पवन ऊर्जा में भारत की क्षमता 29 हजार मेगावॉट थी।
- ब्राजील में 30 प्रतिशत विद्युत उत्पादन गन्ने के छिलकों को जलाकर किया जाता है।
- भारत ने अक्षय ऊर्जा को ग्रिड की बिजली तक बिना रुकावट पहुँचाने के लिए हरित ऊर्जा गलियारा बनाने की योजना बनाई है। इसे जर्मनी की सहायता से पूरा किया जायेगा।
- 25 मेगावॉट तक बिजली पैदा करने वाली छोटी पन बिजली परियोजनाओं को अक्षय ऊर्जा की श्रेणी में रखा गया है।
- मार्च 2016 तक हमारी कुल बिजली उत्पादन का 29 प्रतिशत अक्षय ऊर्जा स्रोतों से होता है।
- 30 जून 2016 को विश्व बैंक ने भारत को हरित ऊर्जा के लिए एक अरब डालर की सहायता देने संबंधी समझौता किया है।