समुद्री अर्थव्यवस्था को बढ़ाने का समय
To Download Click Here.

हाल ही में भारत में समुद्री सप्ताह या मेरी टाइम वीक 2025 मनाया गया है। भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए इसका बहुत महत्व है।
कुछ बिंदु –
- हमारा देश हिंद महासागर के मध्य में स्थित है। यह यूरोप और एशिया के बीच समुद्री व्यापार मार्गों का एक जंक्शन है।
- इसका एक बड़ा विशिष्ट आर्थिक समुद्री क्षेत्र है, जहाँ संसाधनों की खोज की जा सकती है।
- मत्स्य पालन की बहुत अधिक संभावनाएं हैं। अभी तक इसका पर्याप्त दोहन नहीं किया जा सका है।
- इससे जुड़ा एक बड़ा आंतरिक जलमार्ग नेटवर्क काम कर सकता है। फिलहाल इसका कुछ हिस्सा ही सक्रिय है।
- भारत विश्व बाजार के लिए विनिर्माण केंद्र बनने की योजना बना रहा है। इसके लिए कुशल बंदरगाहों की शुरूआत की जा रही है। इंटरनल लॉजिस्टिक के लिए अवसंरचना को मजबूत किए जाने की जरूरत है।
- अर्थव्यवस्था का औद्योगीकरण इसके तटीय राज्यों में केंद्रित हैं। ये वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं तक पहुंच के माध्यम से अपनी प्रतिस्पर्धा की दौड़ में सुधार कर सकते हैं।
- प्रायद्वीपीय भारत को नवीकरणीय ऊर्जा का लाभ मिला हुआ है। यह तीव्र आर्थिक विकास में जीवाश्म ईंधन के उपयोग को कम कर सकती है।
- देश को ‘चीन प्लस वन’ रणनीति के तहत वैश्विक विनिर्माण कंपनियों के निवेश को आकर्षित करने का अवसर मिल सकता है।
एक समुद्री अर्थव्यवस्था के रूप में देश की क्षमता अगले दशकों में विकास को गति प्रदान कर सकती है। फिलहाल, देश को परिवहन जहाजों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करनी है।
‘द इकॉनॉमिक टाइम्स’ में प्रकाशित संपादकीय पर आधारित। 28 अक्टूबर, 2025