भारत की वेतन समस्या को कैसे ठीक करें

Afeias
09 Jan 2025
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हाल ही में एक सम्मेलन में, मुकेश अंबानी ने कहा है कि ‘भारत में नौकरियों की नहीं, बल्कि वेतन की समस्या है।’ इसे ठीक करने की आवश्यकता है। लेकिन इससे जुड़े कुछ अन्य बिंदु भी हैं –

  • यदि कुल समाधान के स्तर पर देखा जाए, तो औसत वेतन और कम कौशल की मांग करने वाले बहुत से रोजगारों की जरूरत है।
  • इसके लिए बुनियादी ढांचे और इनोवेशन में निवेश करना होगा। ये उच्च कौशल वाले रोजगारों का सृजन करते हैं।
  • बुनियादी ढांचा और शहरीकरण इसी से जुड़े दो समाधान हैं। ये दोनों ही आर्थिक प्रक्रियाओं के औपचारिकीकरण के साथ एक-दूसरे को मजबूत करते हैं, और रोजगार पैदा करते हैं।
  • गाँवों में वेतन की स्थिति ज्यादा खराब है। उसे ठीक करने के लिए उपरोक्त सभी क्षेत्रों को साथ आना होगा।
  • बड़े शहरों ने हर एक स्तर के कार्यबल के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न किए हैं। लेकिन कार्यबल की उपलब्धता की तुलना में ये बहुत ही कम हैं।
  • कम-वेतन की समस्या से निपटने के लिए कार्यबल को कुशल बनाना होगा। इस हेतु प्रशिक्षण में निवेश करना होगा। इसके लिए सबसे पहले ऐसा कार्य बल तैयार करना होगा, जो एक औसत वेतन से ऊपर निकलने का इच्छुक हो, और वह शहरी क्लस्टर का हिस्सा बनने को तैयार हो।
  • इन सबके लिए प्राथमिक स्तर पर शिक्षा के परिणामों पर ध्यान देकर फलक को चौड़ा किया जाना चाहिए।

द इकॉनॉमिक टाइम्स’ में प्रकाशित संपादकीय पर आधारित। 18 दिसंबर, 2024