
विश्व व्यवस्था को बदलता ट्रंप-प्रशासन
To Download Click Here.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पदभार संभालते ही वर्षों से चली आ रही विश्व व्यवस्था को उलटकर रख दिया है। एक ऐसी नई विश्व व्यवस्था की आशंका को उत्पन्न कर दिया है, जो घृणित और क्रूर है, और जिसमें शक्ति का बोलबाला है।
कुछ बिंदु –
- ट्रंप ने पेरिस समझौते तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन से अमेरिका को अलग कर लिया है। इतना ही नहीं बल्कि सभी अंतरराष्ट्रीय संगठनों और संधियों में अमेरिका की सदस्यता की समीक्षा का आदेश देकर अंतरराष्ट्रीय समझौतों को कमजोर कर दिया है।
- व्यापारिक साझेदारों पर एकतरफा टैरिफ लगाकर, वैश्विक व्यापार व्यवस्था को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है।
- यूक्रेन को शामिल किए बिना, रूस की मांगों पर सहमत होकर चौंकाने वाला कदम उठाया है। शांति को लागू करने के लिए नाटो देशों को यूक्रेन में पैर न रखने को कहा है। यह इसलिए भी बड़ी बात है, क्योंकि अभी तक अमेरिका नाटो के समर्थन में रूस का विरोधी था। अब एकदम से उसने पूरे यूरोप को संवेदनशील बना दिया है।
- ग्रीनलैंड, कनाडा, पनामा और गाजा को अपने अधीन करने की घोषणा, एक नए साग्राज्यवादी युग की शुरूआत लगती है।
- ताइवान पर चीन के आक्रमणकारी रवैये को दक्षिणी पूर्व एशिया में अमेरिकी सुरक्षा गारंटी से ही अब तक नियंत्रित किया जाता रहा है। अमेरिका के पीछे हटने से अब चीन को छूट मिल सकती है।
- भारत के लिए भी चीनी खतरा बढ़ सकता है। अचानक ही विश्व व्यवस्था के साथ-साथ हमारा पड़ोस भी अधिक असुरक्षित दिखने लगा है।
‘द हिंदू’ में प्रकाशित प्रियंका मलिक के लेख पर आधारित। 24 फरवरी, 2025