विश्व व्यापार संगठन की गिरती साख पर वैश्विक चिंता

Afeias
18 Apr 2025
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हाल ही में विश्व व्यापार संगठन में अमेरिका ने अपना योगदान देना बंद कर दिया तथा पूरे विश्व पर मनमाने तरीके से टैरिफ लगाए। इस मनमानी के बाद विश्व को डब्ल्यू टी ओ की अच्छाईयां नजर आने लगी हैं।

विश्व व्यापार संगठन के लाभ  –

  • यह संगठन दुनिया को नियम आधारित व्यापार-व्यवस्था देता है, जिससे देश अपनी मनमानी नहीं कर पाते। जैसे एक बार 2023 में अमेरिका के दबाव में आकर अमेरिकी सेबों पर आयात शुल्क 70 से 50% कर दिया गया था। लेकिन इन सेबों का बाजार सीमित था और इसका फायदा ईरान और तुर्की ने उठाया और हमारे सेब अपने ही बाजारों में कम बिकने लगे।
  • इस संगठन से एक नई व्यवस्था उभरी, जो सभी को संतुलन की एक नई व्यवस्था की ओर ले गई।
  • जिनेवा में बने उसके भव्य मुख्यालय में नियमों के उल्लंघन को लेकर अपील की जाती है और फैसले भी होते हैं।
  • WTO ने व्यापार के द्वारा समृद्धि को नई ऊँचाई दी है।

विश्व व्यापार संगठन से होने वाली हानि –

  • इस संगठन ने सहायिकी कम करने की शर्तें भी रखी थी, जो अलग-अलग देशों पर अलग-अलग ढंग से लागू थी। जैसे- अमेरिका में एक किसान को एक माह में लाखों की सब्सिडी दी जाती है, वहीं भारतीय किसानों को किसान सम्मान निधि की छोटी सी राशि ही मिलती है।
  • इसके नियम विकसित देशों के पक्ष में झुके हुए हैं इसीलिए वे भारत जैसे उद्योगों व कृषि व्यवस्था को पूरी तरह नष्ट कर सकते हैं। भारत एक कृषि प्रधान देश है। इसीलिए कृषि उत्पाद के बाजारों के नियमों का एकतरफा झुकाव करोड़ों लोगों की आजीविका पर अस्तित्व का संकट खड़ा कर सकता है।
  • WTO के न्यायालय में आज भी बहुत सारे देश तारीख-पर-तारीख सहन कर रहे हैं।

अगर अमेरिका इस संगठन से बाहर निकलता है, तो दूसरे देशों के लिए भी इसका महत्व नहीं रह जाएगा। WTO के नियम दो किनारों की तरह थे, जिनके बीच विश्व व्यापार की नदी बहती थी। लेकिन अब एक व्यक्ति के मनमानेपन ने इस बांध को तोड़ दिया है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान अमेरिका को ही होगा।

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