
मॉरीशस के साथ पुराने संबंध, नई प्राथमिकताएं
To Download Click Here.
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में मॉरीशस की यात्रा की है। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना और नई आर्थिक और विकास पहल शुरू करना है।
कुछ बिंदु –
- यद्यपि मॉरीशस भारत का सबसे निकट भौगोलिक पड़ोसी नहीं है, लेकिन यह भारत से गहराई से जुड़ा हुआ हैं। 70% से अधिक मॉरिशसवासी भारतीय मूल के हैं। इनके साथ भारत के स्थायी सांस्कृतिक संबंध हैं।
- भारत के लिए हिंद महासागर बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इसमें स्थित मॉरीशस भले ही अफ्रीकी देश है, लेकिन ग्लोबल साउथ के लिए एक कड़ी के रूप में हमेशा से महत्व रखता है।
- इस यात्रा में दोनों देशों ने रणनीतिक और रक्षा सहयोग पर प्रतिबद्धता जताई है।
- मॉरीशस में चीन के बढ़ते प्रभाव पर नजर रखने के लिए ऐसी प्रतिबद्धता जरूरी है। चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नौसेना भी हिंद महासागर में अपनी गतिविधियां बढ़ा रही है। ऐसे समय में प्रधानमंत्री मोदी की महासागर सिद्धांत की घोषणा महत्वपूर्ण है।
- भारत ने कई प्रमुख आर्थिक पहलों की भी घोषणा की है। इसमें राष्ट्रीय मुद्राओं में द्विपक्षीय व्यापार आदि शामिल हैं।
- कई ऐसी पयिोजनाओं को चलाने में समर्थन का आश्वासन दिया गया है, जिन्हें पहले की भारतीय सरकारों ने शुरू किया था।
अमेरिकी विदेश नीति में बदलाव के साथ ही अंतरराष्ट्रीय नियम आधारित व्यवस्था को खतरा बढ़ सकता है। व्यापार भी बाधित हो सकता है। वैश्विक गणबंधनों के बिखरने की आशंका हो सकती है। ऐसे समय में यह यात्रा भारत के क्षेत्रीय संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
‘द हिंदू’ में प्रकाशित संपादकीय पर आधारित। 15 मार्च 2025