कैसे करें करेन्ट अफेयर्स की तैयारी
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चाहे आप इसे पसन्द करें या न करें, करेन्ट अफेयर्स की पूछ पकड़े बिना आप प्रारम्भिक परीक्षा की वैतरणी को पार नहीं कर सकते। इसकी चुनौतियों के बारे में मैंने अपने पिछले लेख में आपको सतर्क किया था। अब इस लेख में मैं उन चुनौतियों का सामना करने के आधार को ध्यान में रखकर तैयारी की सामग्री एवं उन सामग्रियों के उपयोग के तरीकों के बारे में कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण व्यावहारिक जानकारियाँ देने जा रहा हूँ।
सामग्रियाँ
- यदि आप जनवरी, 2018 से लगातार न्यूज और न्यूज पेपर पर अपनी निगाह टिकाये हुए हैं, तो तैयारी के इस तरीके का कोई जवाब ही नहीं है। चूँकि घटनायें धीरे-धीरे आपके दिमाग में रचती-बसती चली जाती हैं, इसलिए करेन्ट अफेयर्स पर इस तरीके से होने वाली तैयारी लाजवाब होती है।
- प्रारम्भिक परीक्षा के आसपास प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने वाली पत्रिकाएं भी इस तरह की वार्षिक घटनाओं का संग्रह निकालती हैं। आप इनमें से कोई भी पत्रिका की मदद ले सकते हैं। लेकिन ज्यादा पत्रिकाओं और ज्यादा सामग्रियों के चक्कर में पड़ने से बेहतर होगा कि कुछ ही सामग्री पर अपना ध्यान फोकस करें।
- afeias.com पिछले चार सालों से लगभग सवा-डेढ़ सौ महत्वपूर्ण टॉपिक्स को आधार बनाकर अपनी वेबसाइट पर ऑब्जेक्टिव टाइप के 250 प्रश्न प्रैक्टिस के लिए उपलब्ध कराता है। उनमें से पूछे जाने वाले प्रश्नों का अब तक का रिकार्ड बहुत अच्छा रहा है। आपको इसकी भी मदद लेनी चाहिए।
- इस समय कुछ कोचिंग संस्थान करेन्ट अफेयर्स पर आधारित कुछ टेस्ट सीरिज उपलब्ध कराते हैं। ये भी आपके लिए अच्छे स्रोत का काम कर सकते हैं बशर्ते कि आप यह सामग्री किसी अच्छे और अनुभवनी संस्थान से प्राप्त करें
तरीका
सच पूछिये तो आपके पास अच्छी सामग्री का होना जितना महत्वपूर्ण है, उससे कम महत्वपर्ण उस सामग्री के उपयोग करने का तरीका नहीं होता है। अगर तरीका सही नहीं हुआ, तो अच्छी सामग्री आपको अच्छे परिणाम देने में असमर्थ होगी। आइए, यहाँ पर तैयारी के कुछ तरीकों के बारे में बात करते हैं।
- आप चाहे जैसी भी सामग्री का उपयोग कर रहे हों, आपको चाहिए कि आप उनकी महत्वपूर्ण जानकारियों को अलग से नोट कर लें। यदि आप ऐसा न कर सके, तो अभी भले ही आपको लगे कि आपको यह याद हो गया है, लेकिन परीक्षा में जिस तरह से प्रश्न पूछे जाते हैं, उसमें भ्रमित होकर आप अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार लेंगे। इसलिए बेहतर होगा कि आप उन्हें नोट करते जाएं।
- जो भी आपने नोट किया है, उन्हें ध्यान से तीन भागों में बांट लें-अति महत्वपूर्ण, महत्वपूर्ण तथा कम महत्वपूर्ण।
- अब बात आती है रिवीजन करने की यानी कि दोहराने की। इनमें से जो महत्वपूर्ण वाला अंश है, उसे आप चार-पाँच बार दोहराकर छोड़ सकते हैं। लेकिन परीक्षा से दो-तीन दिन पहले उसे एक बार फिर से जरूर दोहरा लें।
- सबसे अधिक जोर आपको अति महत्वपूर्ण वाले भाग पर देना है। इसे आप समय-समय पर तब तक दोहराते रहें, जब तक कि आपको यह न लग जाए कि इस खंड पर आपकी बहुत अच्छी पकड़ हो गई है। तथ्य आपके दिमाग में शीशे की तरह चमकीले और आकाश की तरह बिल्कुल साफ होने चाहिए।
- महत्वपूर्ण वाला खण्ड इन दोनों के बीच का खण्ड है। इसे भी आप समय-समय पर दोहराते रहें, लेकिन थोड़ी सतर्कता के साथ।
- अंतिम किन्तु महत्वपूर्ण बात यह भी है कि जब आप मैग्जिन या और किसी से सूूचनाएं इकट्टी करेंगे, अब आपको चयन करने के प्रति बहुत सावधान रहना होगा। ऐसा करना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है कि ‘‘मैं ज्यादा से ज्यादा चीजें जान लूँ।’’ ऐसे में आप जो जान रहे होंगे, उन्हें भी खो देंगे। इसलिए सामग्री के चयन के बारे में सतर्कता रखना जरूरी है।
– डाॅ॰ विजय अग्रवाल
(आप पूर्व प्रशासनिक अधिकारी एवं afeias.com के संस्थापक हैं।)
Note: This article of Dr. Vijay Agrawal was published in “Jagran Josh” dated 10-April-2019.