एक राष्ट्र, एक समय

Afeias
07 Mar 2025
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भारत अब बिल्कुल सटीक समय निर्धारित करने के लिए जीपीएस की जगह अपने स्वयं का नाविक सिस्टम शुरू करने की तैयारी कर रहा है।

कुछ बिंदु –

  • अभी तक भारत भारतीय मानक समय पर चल रहा है।
  • सटीक समय उपग्रहों से निर्धारित किया जाता है। यह समन्वित सार्वभौमिक समय (यूटीएस) से जुड़ा होता है।
  • अगले कुछ महीनों में यह नेविगेशन विद इंडियन कांस्टेलेशन (नाविक) से जुड़ जाएगा। यह पहले भारतीय क्षेत्रीय नेवीगेशन उपग्रह प्रणाली के नाम से जाना जाता था। इस नाविक को इसरो ने तैयार किया है।
  • फरीदाबाद की प्रयोगशाला को नाविक से समय मिलेगा। इसे ऑप्टिक फाइबर लिंक के जरिए अहमदाबाद, बेंगलुरू, भुवनेश्वर और गुवाहाटी केंद्रों में भेजा जाएगा।
  • इन सभी केंद्रों में परमाणु घड़ियों की तैनाती होगी।
  • देश के अपने सटीक और विश्वसनीय समय वितरण से विदेशी प्रणालियों पर निर्भरता कम होगी, और राष्ट्रीय सुरक्षा बढ़ेगी। इससे रक्षा, बिजली ग्रिड, दूरसंचार, बैंकिंग और परिवहन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को लाभ होगा।
  • इससे समन्वित संचालन, दक्षता और साइबर खतरों के विरूद्ध लचीलापन आएगा।
  • फरीदाबाद केंद्र इसरो के साथ मिलकर मिली. सेकंड से माइक्रो-सेकंड की सटीकता के साथ आईएसटी के प्रसार पर काम कर रहा है।
  • जल्द ही इसे क्षेत्रीय केंद्रों के माध्यम से उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाया जाना है। इसके साथ ही ‘एक राष्ट्र,एक समय‘ होगा।

‘हिंदुस्तान’ पत्र में प्रकाशित लेख पर आधारित। 5 फरवरी, 2025