प्रश्न: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का प्रारूप क्या है?

Afeias
20 Sep 2017
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उत्तर : यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के तीन चरण हैं :

प्रारंभिक परीक्षा (एमसीक्यू टेस्ट)

मुख्य परीक्षा (लिखित परीक्षा)

व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार)

सिविल सेवा परीक्षा (प्रारंभिक) का तरीका, पाठ्यक्रम एवं विषय

सिविल सेवा परीक्षा (प्रारंभिक) में वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पीय) प्रकार के दो प्रश्न-पत्र होते हैं। प्रत्येक प्रश्न-पत्र 200 अंकों का होता है, अर्थात कुल 400 अंक। प्रश्न-पत्र (परीक्षा पुस्तिका) हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों में होते हैं।

सामान्य अध्ययन प्रश्न-पत्र – 1                200 अंक

सामान्य अध्ययन प्रश्न-पत्र – 2                200 अंक

सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न-पत्र – 1 का पाठ्यक्रम  (200 अंक)

समयावधि : दो घंटा

(इसमें प्राप्त अंकों का प्रारंभिक परीक्षा की वरीयता सूची तय करने में योगदान होता है।)

1। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनाएँ

2। भारत का इतिहास एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन

3। भारत एवं विश्व का भूगोल – भारत एवं विश्व का भौतिक, सामाजिक एवं आर्थिक भूगोल

4। भारतीय राज्यतंत्र एवं शासन – संविधान, राजनैतिक प्रणाली, पंचायती राज, जन नीति, अधिकार संबंधी मुद्दे आदि

5। आर्थिक एवं सामाजिक विकास – सतत विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गयी पहल आदि

6। पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता एवं जलवायु परिवर्तन संबंधी सामान्य मसले, जिनके लिए विषयगत विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है।

7। सामान्य विज्ञान

सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न-पत्र – 2 का पाठ्यक्रम  (200 अंक)

समयावधि : दो घंटा

(इसमें प्राप्त अंकों का प्रारंभिक परीक्षा की वरीयता सूची तय करने में योगदान नहीं होता। यह अर्हक प्रश्न-पत्र है, जिसमें न्यूनतम 33% अंक पाने की आवश्यकता होती है।)

1। बोधगम्यता

2। संचार कौशल सहित अंतर-वैयक्तिक कौशल

3। तार्किक कौशल (लॉजिकल रीजनिंग) एवं विश्लेष्णात्मक क्षमता

4। निर्णयन (डिसिजन मेकिंग) एवं समस्याओं के समाधान तलाशने की क्षमता (प्रॉब्लम सॉल्विंग)

5। सामान्य मानसिक योग्यता

6। आधारभूत संख्यनन (संख्याएँ और उनके संबंध, विस्तार-क्रम आदि) (दसवीं कक्षा का स्तर), आंकड़ों का निर्वचन (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आंकड़ों की पर्याप्तता आदि) (दसवीं कक्षा का स्तर)।

आईएएस या सिविल सेवा परीक्षा (मुख्य) की रूपरेखा

इस लिखित परीक्षा में कुल 9 प्रश्न-पत्र होते हैं, जिनमें से दो अर्हक प्रकार के हैं शेष 7 प्रश्न-पत्रों में प्राप्त अंकों से वरीयता-क्रम का निर्धारण होता है।

प्रश्न-पत्र                  विषय

प्रश्न-पत्र – ‘क’  संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं में से उम्मीदवार द्वारा चुनी गयी कोई एक भारतीय भाषा। (अर्हक प्रश्न-पत्र)

प्रश्न-पत्र – ‘ख’ अंग्रेजी (अर्हक)

प्रश्न-पत्र 1। निबंध

प्रश्न-पत्र 2। सामान्य अध्ययन–1 (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल तथा समाज)

प्रश्न-पत्र 3। सामान्य अध्ययन–2 (शासन-प्रणाली, संविधान, राज्य-व्यवस्था, सामाजिक न्याय, एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध)

प्रश्न-पत्र 4। सामान्य अध्ययन–3 (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन)

प्रश्न-पत्र 5। सामान्य अध्ययन–4 (नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा एवं अभिरुचि)

प्रश्न-पत्र 6 व 7। ये दो प्रश्न-पत्र वैकल्पिक विषयों के होते हैं, जिसके लिए उम्मीदवारों को नीचे दी गयी सूची में से अपनी पसंद का एक विषय चुनना होता है। (प्रत्येक प्रश्न-पत्र 250 अंकों का होता है।)

उम्मीदवार नीचे दी गयी वैकल्पिक विषयों की सूची में से कोई एक विषय चुन सकते हैं।

सिविल सर्विस परीक्षा (मुख्य) के लिए वैकल्पिक विषयों की सूची :

  • कृषि
  • पशुपालन एवं पशु चिकित्सा
  • पादप विज्ञान
  • रसायनशास्त्र
  • सिविल इंजीनियरिंग
  • वाणिज्य एवं लेखाकर्म (कॉमर्स एंड एकाउंटेंसी)
  • अर्थशास्त्र
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • भूगोल
  • भूगर्भशास्त्र
  • इतिहास
  • विधि
  • प्रबंधन
  • गणित
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • चिकित्सा विज्ञान
  • दर्शनशास्त्र
  • भौतिक विज्ञान
  • राजनीति विज्ञान एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध
  • मनोविज्ञान
  • लोक-प्रशासन
  • समाजशास्त्र
  • सांख्यिकी
  • प्राणी विज्ञान (जूलॉजी)

निम्नलिखित में से किसी एक भाषा का साहित्य : असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिलि, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिन्धी, तमिल, तेलुगु, उर्दू एवं अंग्रेजी।

  • भारतीय भाषाओं एवं अंग्रेजी के प्रश्न-पत्र (प्रश्न-पत्र ‘क’ एवं ‘ख’) मैट्रिकुलेशन या समकक्ष स्तर के होंगे, जिनमें केवल अर्हता प्राप्त करनी होगी। इन प्रश्न-पत्रों में प्राप्त अंकों को योग्यता-क्रम निर्धारित करने में नहीं गिना जाएगा।
  • सभी उम्मीदवारों के मामले में ‘निबंध’, ‘सामान्य अध्ययन’ तथा ‘वैकल्पिक विषय’ के प्रश्न-पत्रों का मूल्यांकन उनके ‘भारतीय भाषा’ एवं ‘अंग्रेजी’ के अर्हक पर्चों के साथ ही किया जाएगा, किन्तु उनमें प्राप्त अंकों पर विचार केवल उन्हीं उम्मीदवारों के मामले में होगा, जिन्होंने ‘भारतीय भाषा’ एवं ‘अंग्रेजी’ के अर्हक पर्चों में आयोग द्वारा नियत न्यूनतम अर्हक अंक प्राप्त किए होंगे।
  • तथापि ‘भारतीय भाषा’ का प्रश्न-पत्र ‘क’ उन उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य नहीं होगा, जो अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड तथा सिक्किम के हैं।
  • परीक्षा के प्रश्न-पत्र पारंपरिक (निबंधात्मक/विवरणात्मक) प्रकार के होंगे। प्रत्येक प्रश्न-पत्र 3 घंटे की अवधि का होगा। प्रश्न-पत्र (भारतीय भाषा के साहित्य के प्रश्न-पत्र को छोड़कर) केवल हिंदी व अंग्रेजी में तैयार किए जाएँगे।

व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार)

साक्षात्कार 275 अंकों का होगा।

कुल अंक : मुख्य परीक्षा के 1750 अंक + साक्षात्कार के 275 अंक = 2025 अंक।

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